हिन्दी वर्णमाला चार्ट | Hindi Varnamala Chart PDF in Hindi
PDF Name | हिन्दी वर्णमाला चार्ट | Hindi Varnamala Chart PDF |
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No. of Pages | 59 |
PDF Size | 21.35 MB |
Language | Hindi |
PDF Category | Education & Jobs |
Published/Updated | May 19, 2021 |
Source / Credits | pkdeveloper.in |
Comments ✎ | 0 |
Uploaded By | Ramji vishwakarma |
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- वर्णमाला
- स्वर
- ह्रस्व स्वर
- दीर्घ स्वर
- व्यंजन
- संयुक्त व्यंजन
- स्वर
हिंदी भाषा की सबसे छोटी इकाई ध्वनि होती है। इसी ध्वनि को ही वर्ण कहा जाता है। वर्णों को व्यवस्थित करने के समूह को वर्णमाला कहते हैं। हिन्दी में उच्चारण के आधार पर तिरपन(53) वर्ण होते हैं। इनमें 12 स्वर और 41 व्यंजन होते हैं | लेखन के आधार पर 57 वर्ण होते हैं इसमें 12 स्वर , 41 व्यंजन तथा 4 संयुक्त व्यंजन होते हैं।
हिन्दी वर्णमाला के समस्त वर्णों को व्याकरण में दो भागों में विभक्त किया गया है-
1. स्वर 2. व्यंजन
1. स्वर क्या होता है :- स्वर (vowel) उन ध्वनियों को कहते हैं जो बिना किसी अन्य वर्णों की सहायता के उच्चारित किये जाते हैं। स्वतंत्र रूप से बोले जाने वाले वर्ण,स्वर कहलाते हैं।
स्वर : जिन वर्णों का उच्चारण करते समय साँस, कण्ठ, तालु आदि स्थानों से बिना रुके हुए निकलती है, उन्हें ‘स्वर’ कहा जाता है।
अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, ऑ
स्वरों के भेद
स्वरों के दो भेद होते हैं।
1.ह्रस्व स्वर
वह स्वर जिनको सबसे कम समय में उच्चारित किया जाता है। ह्रस्व स्वर कहलाते हैं। जैसे- अ, इ, उ, ऋ,
2.दीर्घ स्वर
वह स्वर जिनको बोलने में ह्रस्व स्वरों से अधिक समय लगता है। जैसे- आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ,
अनुस्वार – अं, विसर्ग: अ:
व्यंजन :- जिन वर्णों का उच्चारण करते समय साँस कण्ठ, तालु आदि स्थानों से रुककर निकलती है, उन्हें ‘व्यंजन’ कहा जाता है। प्राय: व्यंजनों का उच्चारण स्वर की सहायता से किया जाता है।
क, ख, ग, घ, ङ (क़, ख़, ग़), च, छ, ज, झ, ञ (ज़), ट, ठ, ड, ढ, ण, (ड़, ढ़) , त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ, म (फ़), य, र, ल, व
श, श़, ष, स, ह
संयुक्त व्यंजन – क्ष, त्र, ज्ञ, श्र
निष्कर्ष
हिन्दी भाषा में मूल रूप से ग्यारह स्वर होते हैं। ग्यारह स्वर के वर्ण : अ,आ,इ,ई,उ,ऊ,ऋ,ए,ऐ,ओ,औ आदि। हिन्दी भाषा में ऋ को आधा स्वर(अर्धस्वर) माना जाता है,अतः इसे स्वर में शामिल किया गया है। हिन्दी भाषा में प्रायः ॠ और ऌ का प्रयोग नहीं होता है। ॠ और ऌ प्रयोग प्रायः संस्कृत भाषा में होता है। अं और अः को भी स्वर में नहीं गिना जाता। इसलिये हम कह सकते हैं कि हिन्दी में 10 स्वर होते हैं। परंतु भारत सरकार द्वारा स्वीकृतमानक हिंदी वर्णमाला में 11 स्वर और 35 व्यंजन हैं। जिसमें ऋ(अर्धस्वर) को भी स्वर में ही गिना जाता है। हालांकि, पारंपरिक हिंदी वर्णमाला को 13 स्वरों और 33 व्यंजनों से बना माना जाता है। अक्षर अं [हूँ] और अ: [आह] को पारंपरिक हिंदी में स्वर और मानक हिंदी में व्यंजन के रूप में गिना जाता है। यदि ऍ,ऑ नाम की विदेशी ध्वनियों को शामिल करें तो हिन्दी में 11 2=13 स्वर होते हैं, फिर भी ऋ, अं, अः को हटा दे तो 10 स्वर हिन्दी में मूलभूत हैं। यदि हम ऋ, अं, अः को हटा दे तो स्वरों कि संख्या 10 होगी । परंतु भारत सरकार द्वारा स्वीकृत 11 स्वर हैं जिसमें ऋ(अर्धस्वर) कि गिनती स्वरों में ही शामिल है।
Varnmala Chart
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